RBI Gold Reserve News : भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की सोने की होल्डिंग्स में बीते कुछ समय से जबरदस्त इजाफा देखने को मिल रहा है। 11 अप्रैल को एक सप्ताह में RBI के गोल्ड रिज़र्व की वैल्यू ₹11,986 करोड़ बढ़कर ₹6,88,496 करोड़ तक पहुंच गई है।
RBI द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, बीते एक साल में केंद्रीय बैंक की गोल्ड होल्डिंग्स की वैल्यू 3 गुना हो चुकी है। इस दौरान RBI ने बड़े पैमाने पर सोने की खरीद की है, जिससे इसकी वैल्यू में यह ऐतिहासिक बढ़त देखने को मिली है।
गोल्ड की तरफ लौटे केंद्रीय बैंक
दुनियाभर में आर्थिक और भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के बीच केंद्रीय बैंक एक बार फिर गोल्ड को सुरक्षित निवेश विकल्प मानकर इसमें निवेश बढ़ा रहे हैं।
गोल्ड को लंबे समय से “सेफ हेवन एसेट” माना जाता रहा है, खासकर तब जब वैश्विक बाजारों में अस्थिरता बढ़ती है। यही वजह है कि RBI समेत कई देशों के केंद्रीय बैंक अपनी गोल्ड रिज़र्व बढ़ा रहे हैं।
विदेशी मुद्रा भंडार भी मजबूत
RBI के गोल्ड रिज़र्व में हुई यह बढ़ोतरी देश के विदेशी मुद्रा भंडार की मजबूती का संकेत देती है। इससे RBI की विदेशी झटकों से निपटने की क्षमता भी मजबूत होती है।
यह कदम वैश्विक स्तर पर दिख रहे ट्रेंड को भी दर्शाता है, जहां दुनिया के अधिकांश केंद्रीय बैंक अपने पोर्टफोलियो में गोल्ड की हिस्सेदारी बढ़ा रहे हैं ताकि जोखिम को बैलेंस किया जा सके।
MCX पर सोने ने तोड़ा रिकॉर्ड
Gold Price Record High- सोने की कीमतों में यह उछाल सिर्फ केंद्रीय बैंकों तक सीमित नहीं है। घरेलू बाज़ार में भी सोने की कीमतें लगातार रिकॉर्ड बना रही है।
MCX पर जून डिलीवरी गोल्ड कांट्रैक्ट गुरुवार को ₹95,935 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है।
कमजोर डॉलर और ट्रेड वॉर का असर
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज में कमोडिटी रिसर्च के वरिष्ठ विश्लेषक मानव मोदी ने कहा,
“कमजोर डॉलर, अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर और वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंकाओं के चलते गोल्ड की मांग में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। निवेशकों का रुझान सेफ हेवन एसेट्स की तरफ तेजी से बढ़ा है।”
केंद्रीय बैंकों की ETF के जरिए खरीद
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड की कीमतों में बढ़त की एक वजह केंद्रीय बैंकों द्वारा ETF के जरिए की जा रही लगातार खरीदारी भी है। इसके अलावा भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक अनिश्चितताओं ने भी सोने को फिर से निवेशकों की पसंद बना दिया है।
निष्कर्ष
RBI की हालिया गोल्ड खरीदारी और वैश्विक बाज़ारों में इसकी तेजी यह संकेत देती है कि आने वाले दिनों में गोल्ड फिर एक बार निवेश की पहली पसंद बन सकता है। आर्थिक अस्थिरता और व्यापारिक तनावों के बीच यह पीली धातु एक बार फिर सुरक्षा और स्थिरता का पर्याय बनकर उभरी है।
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