IMD Monsoon Forecast: देशभर में एक बार फिर मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने साफ कहा है-अब सतर्क रहने का वक्त है। दक्षिण-पश्चिम मानसून की तेज सक्रियता के चलते देश के कई राज्यों में झमाझम बारिश, तेज हवाएं और गरज-चमक के साथ मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल चुका है। अगले कुछ दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं।
इन राज्यों में मूसलधार बरसात का बड़ा खतरा
IMD की ताज़ा चेतावनी के मुताबिक दक्षिण भारत के केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, गोवा और महाराष्ट्र का कोंकण क्षेत्र पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। यहां कुछ इलाकों में बहुत भारी और अति भारी बारिश (Heavy Rain Alert) का खतरा बना हुआ है। उधर, पूर्वोत्तर भारत के असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मिजोरम और त्रिपुरा में नदियां उफान पर हैं, जिससे बाढ़ की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
उत्तर भारत भी इससे अछूता नहीं- बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में 50-70 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और भारी बारिश की भविष्यवाणी है। मध्य प्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में भी बिजली कड़कने और मूसलधार बारिश की संभावना है।
18 जून तक सक्रिय रहेगा मानसून, इन इलाकों में आगे बढ़ेगा
IMD (Bharat Mausam Vibhag) का कहना है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून 18 जून 2025 तक दक्षिण भारत और कोंकण-गोवा में पूरी तरह एक्टिव रहेगा। इसके बाद यह गुजरात, विदर्भ, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में दस्तक देगा। 3 दिन के अंदर यह बंगाल, झारखंड और पूर्वी यूपी तक पहुंच सकता है। यानी पूरे देश में अब मानसून की झमाझम बारिश का मौसम शुरू हो चुका है।
ज़मीन खिसकने से लेकर जलभराव तक, कहां क्या हालात?
केरल और कर्नाटक के घाट क्षेत्रों में 20 सेमी से अधिक बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे ज़मीन खिसकने (landslide), बाढ़ और सड़क बंद होने की घटनाएं बढ़ सकती हैं। मुंबई और उसके आसपास के इलाकों में 18 जून के बीच लगातार भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
मणिपुर में हालात पहले ही गंभीर हैं-अब तक करीब 1.64 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं। मिजोरम में भूस्खलन की घटनाएं सामने आ रही हैं। दिल्ली-NCR में 18 जून तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है और येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी कर दिया गया है।
IMD की सीधी सलाह – ‘लापरवाही न करें’
मौसम विभाग ने साफ-साफ कह दिया है कि लोग नदी-नालों के पास न जाएं, बिजली कड़कने पर मोबाइल या खुले जगहों से दूर रहें और पहाड़ी इलाकों में सफर करने से पहले स्थानीय प्रशासन की सलाह ज़रूर लें। खासकर केरल, गोवा और कर्नाटक के समुद्री तटीय क्षेत्रों में न जाने की चेतावनी दी गई है।
विशेषज्ञों का साफ संदेश – ‘मौसम को हल्के में न लें’
IMD के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने कहा, “देश के कई हिस्सों में भारी बारिश की स्थिति बनी हुई है। ज़रूरी है कि लोग लगातार मौसम की अपडेट पर नज़र रखें और प्रशासन के निर्देशों का पूरी तरह पालन करें। ये वक्त एहतियात का है, लापरवाही का नहीं।”
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