NCDEX Guar Update: ग्वार की मंद होती चाल अब राहत की ओर मुड़ती नजर आ रही है। करीब सात हफ्तों की गिरावट के बाद अब बाजार में ग्वार की कीमतें एक बार फिर रफ्तार पकड़ रही हैं। बीते दो दिनों में ग्वार सीड और ग्वार गम — दोनों ने मजबूत वापसी की है, जिससे किसान और कारोबारी वर्ग में उम्मीदें फिर जगी हैं।
इस हफ्ते बुधवार को, ग्वार सीड की कीमतें 5000 रुपये के पार पहुंच गईं जबकि ग्वार गम ने 9600 रुपये का आंकड़ा पार कर लिया। खास बात यह रही कि सिर्फ एक दिन में ही ग्वार पैक करीब 3 फीसदी तक चढ़ गया। बाजार के जानकार मानते हैं कि यह उछाल कहीं न कहीं अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमतों में तेजी से जुड़ा हुआ है, जिससे ग्वार की मांग में सहारा मिला है।
गौरतलब है कि ग्वार की कीमतों में यह रिकवरी लगातार पिछले 2 दिनों में दर्ज की गई है, जो इस बात का संकेत है कि बाजार अब स्थिरता की ओर बढ़ रहा है। सात हफ्तों में ग्वार के दाम जहां 8 फीसदी तक गिरे थे, वहीं अब उनमें थोड़ी बहुत जान लौटती दिख रही है।
NCDEX पर कितने चढ़े दाम?
अगर NCDEX Guar की चाल पर नजर डालें, तो ग्वार सीड इस हफ्ते 2 फीसदी चढ़ा है। हालांकि एक महीने में इसमें अब भी 3 फीसदी की गिरावट बनी हुई है। जनवरी 2025 से अब तक इसमें 3 फीसदी की गिरावट दर्ज की जा चुकी है और एक साल में यह आंकड़ा 7 फीसदी तक जा पहुंचा है।
वहीं बात करें ग्वार गम की तो यह बीते एक हफ्ते में 3 फीसदी ऊपर चढ़ा है। लेकिन एक महीने की तुलना करें तो इसमें 4 फीसदी की गिरावट रही। साल की शुरुआत यानी जनवरी 2025 से अब तक इसमें 8 फीसदी, और सालभर में करीब 10 फीसदी की गिरावट देखी गई है।
हाजिर मंडियों के भाव
लंबे समय से ग्वार की कीमतें 4700 से 4900 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास ही डोल रही है। आज की बात करें तो राजस्थान की नोहर अनाज मंडी में ग्वार की कीमतों में जोश देखने को मिला और भाव 16 रुपये क्विंटल की तेजी के साथ 5016 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गया।
क्या यह तेजी टिकेगी?
मौजूदा तेजी किसानों और कारोबारियों को थोड़ी राहत जरूर दे रही है, लेकिन बाजार अब भी पूरी तरह स्थिर नहीं हुआ है। विशेषज्ञ मानते हैं कि ग्वार की असली चाल कच्चे तेल की दिशा और निर्यात मांग पर निर्भर करेगी।
निष्कर्ष:
किसान साथियों बीते दो दिनों में आई यह तेजी निश्चित ही बाजार में नई ऊर्जा जरूर लाई है, लेकिन कीमतें अभी भी उस स्तर से काफी नीचे हैं जहां किसान राहत महसूस कर सकें। आने वाले दिनों में ग्वार की दिशा इस बात पर निर्भर करेगी कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों से मांग किस तरह से उभरती है।
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