Mustard Price 29 February: घरेलू बाजार में बुधवार को तेल मिलों की खरीद बढ़ने से सरसों की कीमतों में तेजी आई। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 50 रुपये तेज होकर दाम 5,400 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक बढ़कर 8.80 लाख बोरियों की हुई, जिसमें पुरानी सरसों की हिस्सेदारी केवल 75 हजार बोरियों की है।
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी (Mustard Oil Kachhi Ghani) और एक्सपेलर (Mustard Oil Expeller) की कीमतों में लगातार तीसरे दिन तेजी दर्ज की गई। कच्ची घानी सरसों तेल के भाव 14 रुपये तेज होकर दाम 1,012 रुपये प्रति 10 किलो हो गए, जबकि सरसों एक्सपेलर तेल के दाम भी 14 रुपये बढ़कर 1,002 रुपये प्रति 10 किलो बोले गए। जयपुर में बुधवार को सरसों खल की कीमतें 25 रुपये बढ़कर दाम 2,550 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में खाद्य तेलों की कीमतों में गिरावट
विश्व बाजार में शाम के सत्र में खाद्य तेलों (Edible Oil) की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। मलेशियाई पाम तेल की कीमतों में शाम के सत्र में नरमी आई, साथ ही शिकागो में सोया तेल के दाम भी कमजोर हुए। व्यापारियों के अनुसार विदेशी बाजार में खाद्य तेलों की मौजूदा कीमतों में हल्का सुधार तो बन सकता है, लेकिन एकतरफा बड़ी तेजी के आसार नहीं है।
बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (BMD) पर मई डिलीवरी वायदा अनुबंध में पाम तेल की कीमतें 15 रिंगिट कमजोर होकर 3,907 रिंगिट प्रति टन पर बंद हुई। इस दौरान शिकागो में CBOT सोया तेल की कीमतें 0.49 फीसदी कमजोर हुई।
सुबह के सत्र में मलेशिया में मई वायदा अनुबंध में पाम तेल की कीमतों में 14 रिगिंट की तेजी आकर भाव 3,936 रिगिंट प्रति टन पर खुले थे, लेकिन विश्व बाजार में अन्य खाद्वय तेलों के दाम कमजोर होने से शाम के सत्र में इसकी कीमतों नरमी दर्ज की गई।
इंडोनेशिया ने मार्च 2024 के लिए अपने क्रूड पाम ऑयल (सीपीओ) के संदर्भ मूल्य को 0.93 फीसदी कम करके 798.96 डॉलर प्रति टन कर दिया है, जबकि फरवरी के लिए इसका संदर्भ मूल्य 806.46 डॉलर प्रति टन था। हालांकि पाम तेल उत्पादों के लिए निर्यात कर और शुल्क को मार्च 2024 में अपरिवर्तित रखा है।
घरेलू बाजार में तेल के दाम
उधर कांडला बंदरगाह पर सीपीओ के दाम 9 रुपये बढ़कर 855 रुपये प्रति 10 किलो और आरबीडी पामोलीन की कीमतें 5 रुपये बढ़कर 880 रुपये प्रति 10 किलो हो गईं। सोया तेल रिफाइंड की कीमतें 25 रुपये बढ़कर 960 रुपये प्रति 10 किलो हो गईं। डीगम की कीमतें 5 रुपये बढ़कर 880 रुपये प्रति 10 किलो हो गईं। सूरजमुखी रिफाइंड तेल की कीमत 5 रुपये बढ़कर 925 रुपये प्रति 10 किलो बोली गईं।
सरसों का उत्पादन अनुमान ज्यादा
व्यापारियों के अनुसार उत्पादक मंडियों में बुधवार को सरसों की दैनिक आवकों में बढ़ोतरी दर्ज की गई। उत्पादक राज्यों में मौसम अनुकूल रहा तो आगामी दिनों में नई सरसों की आवकों में फिर बढ़ोतरी होगी। वैसे भी चालू सीजन में सरसों का उत्पादन अनुमान भी ज्यादा है। इसलिए तेल मिलें भी केवल जरुरत के हिसाब से ही खरीद कर रही हैं। खपत का सीजन होने के कारण सरसों तेल में मांग अभी बनी रहेगी, लेकिन इसकी कीमतों में तेजी, मंदी काफी हद तक आयातित खाद्य तेलों के दाम पर ही निर्भर करेगी।