Mustard Weekly Report : किसानों और व्यापार जगत के लिए यह हफ्ता सरसों बाजार में उतार-चढ़ाव वाला रहा । देशभर की मंडियों में कहीं कीमतों में तेजी दिखी तो कहीं हल्की गिरावट ने व्यापारियों को सतर्क रहने की चेतावनी दी। मंडियों से आ रही रिपोर्टें बताती हैं कि देश के विभिन्न हिस्सों में सरसों की कीमतों में मिला-जुला रुझान देखने को मिला। एक ओर जहां उत्तर प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में सरसों के दामों में सुधार दर्ज हुआ, वहीं हरियाणा और मध्य प्रदेश में कुछ नरमी देखने को मिली। मंडियों में चल रहे सरसों, सरसों तेल और खल के ताज़ा भाव यहाँ देख सकते है।
दिल्ली और राजस्थान की मंडियों में तेजी की झलक
इस हफ्ते दिल्ली की प्रमुख मंडी में सरसों के भाव में 100 रुपये प्रति क्विंटल का इजाफा देखा गया। यहां 42% कंडीशन वाली सरसों की कीमत बढ़कर 6,550 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई। वहीं राजस्थान के जयपुर में भी सरसों के दाम 50 रुपये चढ़कर 6,700 रुपये प्रति क्विंटल के करीब पहुंच गए। अलवर और कोटा जैसी मंडियों में भी 100 रुपये प्रति क्विंटल तक की बढ़त ने किसानों को राहत दी।
हरियाणा उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की मंडियों का हाल
हरियाणा की हिसार और सिरसा मंडियों में सरसों के दामों में 100-100 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट दर्ज की गई। बाजार में कमजोर डिमांड और स्टॉकिस्टों की धीमी खरीदारी देखने को मिली । वहीं मध्य प्रदेश के ग्वालियर मंडी में हल्की राहत दिखी, जहां दाम 100 रुपये बढ़कर 6,400 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंचे।
उत्तर प्रदेश के हापुड़ मंडी में इस सप्ताह सरसों की कीमत 100 रुपये चढ़कर 6,700 रुपये प्रति क्विंटल हो गई। जबकि आगरा में सरसों के दाम 75 रुपये सुधरकर 7,325 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गए।
सरसों तेल और खल के बाजार में स्थिरता
इस सप्ताह सरसों तेल के बाजार में स्थिरता देखने को मिली। दिल्ली में एक्सपेलर तेल की कीमत 10 रुपये सुधरकर 1,380 रुपये प्रति 10 किलो हो गई, जबकि मुंबई में दाम 20 रुपये गिरकर 1,400 रुपये रह गए। अधिकांश अन्य मंडियों में भाव में 5 से 10 रुपये की ही हलचल रही।
खल के बाजार में इस हफ्ते थोड़ी कमजोरी दर्ज की गई। दिल्ली मंडी में सरसों खल का दाम 60 रुपये टूटकर 2,691 रुपये प्रति क्विंटल पर आ गया। अंतरराष्ट्रीय मांग, विशेष रूप से चीन से होने वाले ऑर्डर का अभी इंतजार है, जो खल व्यापार को नई दिशा दे सकता है।
आवक और अंतरराष्ट्रीय माहौल
सरसों की कुल आवक इस सप्ताह औसतन 4.50 लाख बोरी प्रतिदिन रही, जो बाज़ार की स्थिरता को दिखाती है। सप्ताह के प्रमुख आंकड़े इस प्रकार रहे:
- 7 जून: 4.25 लाख बोरी
- 9 जून: 5.25 लाख बोरी
- 10 जून: 5.00 लाख बोरी
- 11 से 13 जून: 4.50 लाख बोरी प्रतिदिन
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जारी तनाव के बीच विश्लेषकों का मानना है कि बाजार में आगामी हफ्तों में हलचल तेज हो सकती है, लेकिन घरेलू मांग और सप्लाई फिलहाल संतुलित बनी हुई है।
व्यापारियों को सतर्क रहने की सलाह
सरसों के मौजूदा बाजार में किसानों के लिए राहत भरे संकेत तो हैं, लेकिन व्यापारियों को अभी भी सतर्कता के साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता है। आने वाले सप्ताहों में अंतरराष्ट्रीय बाजारों से जुड़ी खबरें और देश की मंडियों में होने वाली आवक, सरसों के दामों की दिशा तय करेंगी।
डिस्क्लेमर – दोस्तों यह रिपोर्ट मौजूदा कीमतों, ग्लोबल मार्केट के सेंटिमेट और तेजी मंदी के आकड़ों के आधार पर तैयार की गई है। ताकि किसान और व्यापारी भाई इस रिपोर्ट के आधार पर ख़ुद का एक अनुमान तैयार कर सके की आने वाले दिनों में सरसों के दाम की और जा सकते है। किसी भी प्रकार का व्यापार अपने ख़ुद के विवेक से ही करें। हम यहां ख़रीद या बिक्री की कोई सलाह नहीं दे रहे।
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