MP Wheat Procurement Registration: मध्य प्रदेश के किसान भाइयों ! यह खबर आपके लिए बेहद खास है! रबी विपणन वर्ष 2025-26 में गेहूं उपार्जन के लिए पंजीयन का आज अंतिम मौक़ा है । अगर आपने अभी तक न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर गेहूँ बेचने के लिए पंजीयन नहीं करवाया है, तो आज यानी बुधवार 9 अप्रैल को रात 12 बजे तक का समय है। इसके बाद पंजीयन बंद हो जाएंगे। यह सुविधा सिर्फ www.meuparjan.nic.in पर ऑनलाइन उपलब्ध है। सरकार इस बार 2600 रुपये प्रति क्विंटल (MSP 2425 + 175 बोनस) की दर से खरीदी कर रही है, जो किसानों के लिए बड़ी राहत है। चलिए, विस्तार से समझते हैं कैसे मिलेगा यह लाभ।
गेहूँ खरीदी का समय और प्रक्रिया
प्रदेश में गेहूँ की खरीदी 5 मई तक जारी रहेगी। कृषि विभाग के अनुसार, इस साल लगभग 80 लाख मीट्रिक टन गेहूँ उपार्जन का लक्ष्य रखा गया है। अब तक 2.47 लाख किसानों से 21.36 लाख मीट्रिक टन गेहूँ खरीदा जा चुका है। सरकार ने 4000 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान पहले ही किसानों के खातों में ट्रांसफर कर दिया है, जो पारदर्शिता और समयबद्धता का प्रमाण है।
क्यों खास है इस बार की खरीदी योजना?
मध्य प्रदेश सरकार ने MSP के साथ 175 रुपये प्रति क्विंटल का अतिरिक्त बोनस देकर किसानों को बड़ा तोहफा दिया है। यानी, गेहूँ की प्रभावी खरीद दर 2600 रुपये प्रति क्विंटल है। यह बोनस न केवल किसानों की आय बढ़ाएगा, बल्कि उन्हें अगली फसल के लिए प्रोत्साहित भी करेगा। कृषि विशेषज्ञ डॉ. राजेश कुमार शर्मा के अनुसार, “MP सरकार का यह कदम किसान-हितैषी नीतियों को दर्शाता है, जो देशभर में मिसाल बन सकता है।”
जिलेवार खरीदी का अपडेट: कहाँ कितना हुआ उपार्जन?
उज्जैन संभाग अब तक 3.22 लाख मीट्रिक टन गेहूँ के साथ अव्वल है, जबकि सीहोर ने 3.46 लाख मीट्रिक टन का योगदान दिया है। शाजापुर (1.63 लाख MT), देवास (1.50 लाख MT), और भोपाल (1.59 लाख MT) जैसे जिलों ने भी उल्लेखनीय प्रदर्शन किया है। मालवा-निमाड़ क्षेत्र के किसानों ने गेहूँ उत्पादन में अपनी परंपरागत मेहनत जारी रखी है, लेकिन सीहोर का शरबती गेहूँ देशभर में सबसे ज्यादा मांगा जाता है। वहीं, झाबुआ (9003 MT), अलीराजपुर (70 MT), और श्योपुर (940 MT) जैसे जिलों में अभी और प्रयासों की गुंजाइश है।
8 अप्रैल तक 21.36 लाख मीट्रिक टन गेहूँ का उपार्जन

कैसे करें पंजीयन? यहाँ है आसान गाइड
सरकार ने पंजीयन प्रक्रिया को डिजिटल बनाकर इसे सरल बना दिया है। किसान www.meuparjan.nic.in पर जाकर अपना मोबाइल नंबर, आधार, और जमीन के कागजात अपलोड कर सकते हैं। ध्यान रहे, 9 अप्रैल के बाद कोई भी पंजीयन स्वीकार नहीं किया जाएगा। अगर आपको तकनीकी दिक्कत आ रही है, तो नजदीकी कृषि सेवा केंद्र पर संपर्क करें।