Rajasthan News: राजस्थान के बालोतरा जिले के किसानों को आखिरकार राहत भरी खबर मिल ही गई है। 2 वर्षों से अधूरी पड़ी खरीफ अनुदान योजना के तहत अब सरकार ने बजट को मंजूरी दे दी है। माना जा रहा है कि जल्द ही यह राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में पहुंच जाएगी।
जून का आखिरी हफ्ता चल रहा है और मानसून की दस्तक दे चुका है। ऐसे में खेतों की जुताई और बुवाई में किसानों को भारी खर्च उठाना पड़ता है। डीज़ल, बीज और मजदूरी जैसे खर्चों से जूझते किसान लंबे समय से इस अनुदान राशि का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। स्थानीय किसानों के अनुसार, बुवाई का समय बेहद सीमित होता है, और अगर समय पर आर्थिक मदद न मिले तो पूरा सीजन प्रभावित हो सकता है।
127 करोड़ रु. का अटका था बजट
मीडिया रिपोर्ट की माने तो सरकार की ओर से अब जो बजट स्वीकृत हुआ है, उसमें लंबे समय से रुकी पड़ी राशि भी शामिल है। कृषि विभाग ने करीब 127 करोड़ रुपये की मांग भेजी थी, जिसमें से पहली किस्त को हरी झंडी मिल चुकी है।
विभागीय अधिकारियों ने किसानों के बैंक खातों और जरूरी दस्तावेजों के साथ बिल तैयार कर जयपुर स्थित वित्त विभाग को भेज दिए हैं। खबरों की मानें तो एक सप्ताह के भीतर किसानों के खातों में पैसा जमा हो सकता है।
खरीफ अनुदान योजना में देरी की ये थी असल वजह
माना जा रहा है कि इस योजना में देरी की सबसे बड़ी वजह तकनीकी समस्याएं और दस्तावेजों की अधूरी जानकारी रही है। पहले डिज़ास्टर रिलीफ की वेबसाइट हैक होने से डेटा प्रभावित हुआ। इसके बाद कई किसानों के मोबाइल नंबर और जन आधार विवरण सही दर्ज नहीं थे।
ऊपर से वित्तीय वर्ष के अंत तक बजट स्वीकृति की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई, जिससे योजना में अटकलें आ गईं और किसान सहायता से वंचित रह गए।
सूत्रों की मानें तो अभी सरकार ने पूरी राशि नहीं, बल्कि आंशिक बजट को ही स्वीकृति दी है। ऐसे में कुछ किसानों को कुछ और दिन प्रतीक्षा करनी पड़ सकती है। फिर भी यह उन हजारों किसानों के लिए एक बड़ा कदम है, जो दो सालों से टकटकी लगाए बैठे थे।
जुताई-बुवाई आसान होगी
बालोतरा के स्थानीय किसान चैनाराम से जब इस मुद्दे पर बात की तो उन्होंने बताया कि..
“इन दिनों जुताई-बुवाई का काम शुरू हो गया है। अगर ये पैसे समय पर मिल जाएं, तो हमें कर्ज नहीं लेना पड़ेगा। सरकार से यही उम्मीद है कि जल्द से जल्द किसानों के खाते में राशि डलवाए। ताकि किसान को महंगे रेट पर ऋण लेने की नौबत ना आए ”
वहीं, किसान नेता अखाराम चौधरी ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि
“हम कई बार प्रशासन से इस बारे में गुहार लगाई थी। अब जाकर सरकार ने हमारी बात सुनी है। हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द सभी किसानों के खाते में पैसे पहुंचे।”
सरकार से अपील: बकाया किसानों को भी मिले समय पर लाभ
कई अन्य किसानों ने भी इस पर अलग राय रखते हुए कहा कि अगर बजट पहले ही स्वीकृत हो जाता, तो किसान पहले से बेहतर तैयारी कर पाते। अब भी जरूरत है कि जिन किसानों की राशि अभी नहीं आई है, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर भुगतान किया जाए।
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