Rajasthan Weather Update – राजस्थान में मानसून इस बार पूरे तेवर में है। आसमान से बरस रही मूसलाधार बारिश ने न सिर्फ किसानों के चेहरे खिला दिए हैं, बल्कि शहरों और गांवों में आम जनजीवन भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सीकर, बूंदी, जयपुर और आसपास के कई जिलों में बीते 24 घंटों के दौरान तेज बारिश दर्ज की गई है, जिससे सड़कें जलमग्न हो गई हैं और कई जगहों पर यातायात ठप पड़ा है।
बूंदी के इंद्रगढ़ में सबसे अधिक 144 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो इस सीजन की अब तक की सबसे ज्यादा वर्षा मानी जा रही है। खेतों में पानी भर गया है और छोटे किसानों के लिए ये बारिश वरदान बनकर आई है। वहीं, शहरों में यह बारिश राहत के साथ-साथ आफत भी बनती दिख रही है।
अगले तीन दिन भारी: 20 से अधिक जिलों में अलर्ट
मौसम विभाग (IMD) ने 6, 7 और 8 जुलाई को राजस्थान के 20 से अधिक जिलों में भारी से अति भारी बारिश का अनुमान जताया है। IMD जयपुर की ओर से लगातार बारिश के 7–8 अलर्ट दिनभर में जारी किए जा रहे हैं, जो यह संकेत देते हैं कि मौसम आने वाले कुछ दिनों तक थमने वाला नहीं है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, जोधपुर संभाग में 6 जुलाई के बाद बारिश की गति थोड़ी धीमी हो सकती है, लेकिन अन्य जिलों में रफ्तार बनी रहने की संभावना है।
बारिश के पीछे सक्रिय परिसंचरण तंत्र
इस व्यापक वर्षा के पीछे उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के ऊपर बने परिसंचरण तंत्र को कारण माना जा रहा है। इसका प्रभाव राजस्थान के वातावरण पर गहराई से दिख रहा है। अगले तीन दिनों तक IMD ने जयपुर और कोटा संभाग में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
इन जिलों में विशेष सतर्कता जरूरी
जहां कुछ जिलों में मूसलाधार बारिश हो रही है, वहीं कई जगहों पर मध्यम वर्षा का सिलसिला भी जारी है। खासकर उदयपुर, भरतपुर, जोधपुर और बीकानेर संभाग के जिलों में मध्यम बारिश का अनुमान जताया गया है।
जयपुर, भरतपुर और शेखावाटी क्षेत्र के कुछ भागों में अगले 2–3 दिनों में अति भारी वर्षा की चेतावनी है। हालांकि, दक्षिणी राजस्थान के कुछ हिस्सों में 6 जुलाई के बाद बारिश में गिरावट आने की संभावना है।
बीकानेर, श्रीगंगानगर और नागौर में तात्कालिक अलर्ट
IMD ने अगले तीन घंटों के लिए बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चुरू और नागौर जिलों में मध्यम वर्षा का तात्कालिक अलर्ट जारी किया है। साथ ही, जयपुर, दौसा, अलवर, अजमेर, भीलवाड़ा और धौलपुर समेत 18 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है, जहां हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
तापमान में उतार-चढ़ाव, दिन गर्म, रातें राहतभरी
बारिश के बीच तापमान में भी भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। श्रीगंगानगर में जहां पारा 43.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, वहीं सिरोही में न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इससे यह साफ है कि प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में मौसम का मिज़ाज अलग-अलग बना हुआ है।
मानसून की मार और मेहरबानी का मिला-जुला असर
राजस्थान में इस समय बारिश ने जहां किसानों के लिए उम्मीद की एक नई किरण दिखाई है, वहीं शहरी क्षेत्रों में इससे कई परेशानियां भी खड़ी हो गई हैं। जलभराव, ट्रैफिक जाम और कई जगहों पर बिजली आपूर्ति में दिक्कतों की खबरें सामने आ रही हैं। ऐसे में प्रशासन को सतर्कता बरतनी होगी ताकि राहत और सुरक्षा दोनों सुनिश्चित की जा सके।
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