Car Insurance : उत्तर भारत के कई हिस्सों में अचानक बदले मौसम ने परेशानियां बढ़ा दी हैं। कहीं पेड़ गिर रहे हैं, तो कहीं तेज बारिश ने सड़कों को तालाब में बदल दिया है। और ये तो सिर्फ शुरुआत है—जून की आमद के साथ मानसून की दस्तक अब बस कुछ ही दिन दूर है।
हर साल की तरह, इस बार भी बारिश अपने साथ जलभराव और ट्रैफिक जाम जैसी मुसीबतें लेकर आएगी। लेकिन एक और संकट है, जो अकसर चर्चा से बाहर रह जाता है—जलभराव में डूबती और बहती कारें, तेज आंधी से गाड़ियों पर पेड़ पड़ने से नुकसान । सवाल यही उठता है कि ऐसी स्थिति में अगर आपकी गाड़ी भी डेमेज हुई है, तो क्या इंश्योरेंस कंपनी आपकी मदद करेगी?
बारिश में डूबी गाड़ियों का क्या होता है हश्र?
जब सड़कों पर पानी भर जाता है, तो सबसे बड़ा खतरा होता है कार के इंजन में पानी घुसने का। एक बार इंजन ने पानी घुस गया, तो उसकी मरम्मत में हजारों से लेकर लाखों रुपये तक खर्च आना निश्चित है। यही नहीं, इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम और कार की एक्सेसरीज भी खराब हो सकती हैं, जिनकी रिपेयरिंग बेहद महंगी होती है।
कौन-सी इंश्योरेंस पॉलिसी देती है राहत?
अगर आपके पास कंप्रिहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी (Comprehensive Insurance Policy) है, तो आप काफी हद तक सुरक्षित हैं। यह पॉलिसी सिर्फ एक्सीडेंट या चोरी ही नहीं, बल्कि प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़ और तूफान से हुए नुकसान को भी कवर करती है। हालांकि यह पॉलिसी वैकल्पिक होती है, लेकिन बरसात के मौसम में यही आपकी सबसे बड़ी सुरक्षा साबित हो सकती है।
‘ऐड-ऑन’ कवर क्यों है ज़रूरी?
इंश्योरेंस पॉलिसी लेते समय ज़रूरी है कि आप इंजन प्रोटेक्शन कवर (Engine Protection Cover) और जीरो डेप्रिसिएशन (Zero Depreciation) जैसे ऐड-ऑन भी लें। क्योंकि सामान्य पॉलिसी में इंजन के पानी से खराब होने पर क्लेम नहीं मिलता। लेकिन अगर आपने ये ऐड-ऑन लिया है, तो बारिश में डूबे इंजन की मरम्मत का खर्च इंश्योरेंस कंपनी उठाएगी।
थर्ड पार्टी इंश्योरेंस में क्या है कमी?
अगर आपकी कार पर सिर्फ थर्ड पार्टी इंश्योरेंस (Third Party Insurance) है, तो आप अपनी ही कार को हुए नुकसान की भरपाई नहीं ले सकते। यह इंश्योरेंस सिर्फ सामने वाले पक्ष के नुकसान के लिए होता है, आपके लिए नहीं। इसलिए वक्त रहते कंप्रिहेंसिव पॉलिसी लेना और उसमें ज़रूरी ऐड-ऑन जोड़ना, एक समझदारी भरा कदम होगा।
बारिश या बाढ़ में कार को नुकसान और इंश्योरेंस कवरेज
Best Car Insurance Cover Flood Damage-
नुकसान का प्रकार | थर्ड पार्टी इंश्योरेंस | कंप्रिहेंसिव इंश्योरेंस | ऐड-ऑन कवर (इंजन/जीरो डिप्री.) |
---|---|---|---|
कार का पानी में डूबना | ❌ कवर नहीं | ✅ कवर करता है | ✅ पूरा खर्च कवर कर सकता है |
इंजन में पानी घुसना और खराब होना | ❌ कवर नहीं | ❌ (बिना ऐड-ऑन) | ✅ (इंजन प्रोटेक्शन कवर जरूरी) |
कार का बह जाना या पूरी तरह खराब होना | ❌ कवर नहीं | ✅ रिप्लेसमेंट कवर हो सकता | ✅ क्लेम तेज़ी से पास होता है |
इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम में खराबी | ❌ कवर नहीं | ✅ कुछ हद तक | ✅ बेहतर सुरक्षा मिलती है |
एक्सेसरीज़ का नुकसान | ❌ कवर नहीं | ✅ सीमित कवर | ✅ ऐड-ऑन से कवर मजबूत होता है |
हर साल की तरह इस बार भी मौसम की मार से कई वाहन मालिकों को बड़ा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसे में इंश्योरेंस सिर्फ कागज़ी सुरक्षा नहीं, एक असली सहारा बन सकता है—बशर्ते आप सही पॉलिसी का चुनाव करें।