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UPI Auto Pay Scam: आपकी एक गलती से अकाउंट हो सकता है खाली, ऐसे बचाए ख़ुद को लूटने से

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UPI Auto Pay Scam : देश में डिजिटल क्रांति के सबसे बड़े उदाहरण के रूप में उभरा यूपीआई (Unified Payments Interface) आज छोटे से लेकर बड़े आदमी की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। चाहे दूध, सब्जी, ग्रोसरी वाले को पैसे देने हों या बिजली-पानी व क्रेडिट कार्ड का बिल भरना हो या फिर OTT सब्सक्रिप्शन रिन्यू या टिकट बुक करना हो – ये सारे काम आपके समार्टफ़ोन में बस एक टैप और सेकंडों में पूरे हो जाते है । लेकिन एक तरफ़ जहां इस डिजिटल सुविधा ने आदमी की जिंदगी को आसान बना दिया है, वहीं दूसरी तरफ़ इसके खतरे भी हरपल आपके ऊपर मंडरा रहे है।

आजकल हर रोज सैकड़ों ऐसी शिकायतें आ रही है जिसमे स्कैमर्स (Scammers) आपकी मेहनत की कमाई को चंद पलों में आपके खाते से उड़ा ले जाते है। जी हाँ क्या आपको पता है की सिर्फ आपका गलती से एक क्लिक, और आपकी मेहनत की कमाई उड़नछू हो सकती है। और इसके लिए आजकल इन ठगों द्वारा UPI Auto Pay Scam का इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसे में आपको UPI के इस्तेमाल को अच्छे से समझना और इसके ज़रिए साइबर ठगों द्वारा नए नए तरीक़े अपनाकर किए जा रहे अटैक को जानना बहुत जरूरी है। ताकि आप बिना किसी परेशानी के इस तकनीक का मजा उठा सके।

ये UPI Auto Pay आखिर है क्या बला?

असल में UPI Auto Pay एक बहुत ही उपयोगी फीचर है। ये उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है जिन्हें हर महीने एक फिक्स्ड रकम चुकानी होती है, जैसे मोबाइल का बिल, बिजली-पानी का बिल, OTT सब्सक्रिप्शन (नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम), या फिर SIP जैसे निवेश। इसमें आप अपने UPI आईडी में ऑटो-पे के ऑप्शन को सेटिंग में जाकर एक बार अप्प्रूव कर देते हैं और तारीख आते ही पैसा अपने आप आपकी UPI आईडी से कट जाता है। इस Automatic Payments से आपको लेट फीस या सर्विस बंद होने की टेंशन नहीं रहती । पर बदकिस्मती से, साइबर ठगों के इसी सुविधा लोगों को लूटने का नया हथियार बना लिया है।

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ऐसे फंसाते हैं ठग UPI Auto Pay के जाल में

ये साइबर ठग इतने ज़्यादा चालाक होते हैं कि आपको पता भी नहीं चलता और आप उनके चाल में फंस जाते हैं। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक ये कुछ आम तरीके अपनाते हैं : जैसे की

  1. फ़र्जी लिंक भेजना : आपको SMS, व्हाट्सएप, ईमेल या सोशल मीडिया पर कोई आकर्षक ऑफर या अर्जेंट मैसेज के साथ लिंक भेजा जाता है। उस पर क्लिक करते ही, चुपके से UPI ऑटो-पे रिक्वेस्ट मंजूर हो जाती है! फिर आपके खाते से पैसे कटने का सिलसिला शुरू हो जाता है।
  2. झूठे कस्टमर केयर की कॉल: अचानक फोन आता है, कोई खुद को आपके बैंक या पेमेंट ऐप का अधिकारी बताता है। और कहते हैं कि “आपका KYC अपडेट नहीं है” या “पेमेंट अटक गया है”। फिर PIN या OTP मांगते हैं – जो कभी नहीं देना चाहिए। अगर गलती से भी आप उनकी बातों में आ गए तो बस, फिर तो ऑटो-डेबिट सेट हो जाता है।
  3. सस्ते के चक्कर में फंसना: कोई बेहद सस्ता सब्सक्रिप्शन प्लान, फ्री गिफ्ट या बड़े कैशबैक का लालच दिया जाता है। भुगतान करते समय ही छुपे हुए टर्म्स में ऑटो-पे एक्टिवेट हो जाता है।
  4. इनाम या लोन का झांसा: आपको बताया जाता है कि आपने कुछ जीत लिया है या लोन अप्रूव हो गया है, लेकिन उसे क्लेम करने के लिए एक UPI रिक्वेस्ट ‘एक्सेप्ट’ करनी है। वही रिक्वेस्ट असल में ऑटो-डेबिट की मंजूरी होती है।

अगर स्कैम का शिकार हो जाएं तो क्या करें?

सबसे पहले आपको घबराना नहीं! और थोड़ी सी समझदारी से काम लेना है। अगर आपको लगता है कि आप इस स्कैम का शिकार हो गए हैं, तो बिना समय गवाएं तुरंत एक्शन लें। समय बर्बाद करना मतलब पैसे गंवाना है । अब आपको पहला काम धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करवानी है।

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  1. तुरंत शिकायत दर्ज करें: अपने UPI ऐप (PhonePe, Google Pay, Paytm, etc) में जाएं। वहां ‘Report Fraud’, ‘Raise Dispute’ या ‘Complaint’ जैसा ऑप्शन ढूंढें। घटना की पूरी डिटेल और स्क्रीनशॉट के साथ तुरंत शिकायत करें।
  2. बैंक को तत्काल सूचित करें: अपने बैंक की कस्टमर केयर पर फोन करें और धोखाधड़ी की रिपोर्ट करें। साथ ही, बैंक शाखा में जाकर या ईमेल से लिखित शिकायत दर्ज करवाना न भूलें। सब कुछ लिखित में मांगें।
  3. ऑटो-पे मैंडेट रद्द करें: अपने UPI ऐप में जाकर ‘मैंडेट्स’ या ‘स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन्स’ सेक्शन चेक करें। किसी भी अज्ञात , ऑटो-डेबिट ऑथराइजेशन (UPI Auto Pay) को तुरंत कैंसल कर दें।

क्या पैसे वापस मिल सकते हैं?

यह इस पर निर्भर करता है कि आपने कितनी तत्परता से प्रतिक्रिया दी। RBI और NPCI की गाइडलाइन्स के अनुसार, यदि शिकायत समय पर की जाती है और पर्याप्त सबूत मौजूद हों, तो कई मामलों में पैसा रिफंड किया जा सकता है। बैंक और UPI प्लेटफॉर्म आमतौर पर पीड़ितों की मदद करते हैं — लेकिन पहली शर्त है सतर्कता और समय पर कार्रवाई।

सतर्कता ही है बचाव का मंत्र

UPI सुरक्षा दिशा-निर्देश: ये बात अच्छे से अपने दिलों दिमाग़ में बैठा लें की, कोई भी वैध बैंक या UPI सर्विस प्रोवाइडर कभी भी आपसे फोन पर आपका UPI PIN, OTP, या बैंक अकाउंट की पूरी डिटेल्स नहीं मांगेगा।

  • अनजान लिंक्स पर कभी क्लिक न करें, चाहे वो कितने भी आकर्षक लगें।
  • अपना UPI PIN किसी के साथ शेयर न करें और न ही किसी के कहने पर डालें।
  • किसी भी ऑफर या कॉल पर बिना वेरिफाई किए विश्वास न करें। 
  • सीधे बैंक/सर्विस प्रोवाइडर की ऑफिशियल वेबसाइट या ऐप से कॉन्टैक्ट करें।
  • नियमित रूप से अपने बैंक स्टेटमेंट और UPI ऐप की ‘मैंडेट्स’ लिस्ट चेक करते रहें।

थोड़ी सी सावधानी और जागरूकता आपको इन शातिर साइबर ठगों के जाल से बचा सकती है और आपकी कड़ी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रख सकती है। सुरक्षित रहें, सतर्क रहें!

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जगत पाल पिछले 8 वर्षों से एक पेशेवर ब्लॉगर हैं। वे शिक्षा, ऑटो, कृषि समाचार, मंडी भाव, गैजेट्स और बिजनेस जैसे विषयों पर विशेषज्ञता रखते हैं। वर्तमान में वे news.emandirates.com के संपादक और प्रमुख लेखक हैं, जहाँ वे भरोसेमंद और जानकारीपूर्ण कंटेंट प्रदान करते हैं।