बाड़मेर : राजस्थान के सीमावर्ती ज़िले बाड़मेर के किसानों के लिए एक राहतभरी खबर आई है। खरीफ 2025 की फसल बीमा के लिए राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) की अधिसूचना जारी कर दी है। केंद्र सरकार द्वारा संचालित इस योजना का उद्देश्य फसलों को सुरक्षा कवच प्रदान करना है, यानी मौसम की अनिश्चितता, आगजनी, बाढ़, रोगों से होने वाले नुकसान की भरपाई कर किसानों को आर्थिक नुकसान से बजाया जा सके।
इस योजना के तहत बाड़मेर ज़िले में इस बार कुल 7 मुख्य खरीफ फसलें — मूंग, मोठ, ग्वार, ज्वार, बाजरा, तिल और मूंगफली — बीमा कवरेज (insurance coverage) में शामिल की गई हैं। इसके अतिरिक्त, मौसम आधारित व्यवसायिक फसलों (Commercial Crops) अरंडी और अनार को भी योजना में शामिल किया गया है, जो इस क्षेत्र में धीरे-धीरे आर्थिक विकल्प के रूप में उभर रही हैं।
किसानों को कितना प्रीमियम भरना होगा?
सरकार द्वारा तय फसल बीमा प्रीमियम (Crop Insurance Premiums ) के मुताबिक:
- खरीफ फसलों के लिए किसानों को केवल 2% का नाममात्र प्रीमियम देना होगा।
- वहीं, अरंडी और अनार जैसी व्यवसायिक फसलों के लिए यह प्रीमियम 5% निर्धारित किया गया है।
बचे हुए प्रीमियम का वहन केंद्र और राज्य सरकार मिलकर करेंगे, जिससे किसानों पर वित्तीय भार नहीं पड़ेगा। संयुक्त निदेशक कृषि डॉ. आरबी सिंह के अनुसार, इस बीमा मॉडल का उद्देश्य है “हर खेत को सुरक्षा देना, हर किसान को सहारा देना।”
बीमित राशि कितनी होगी?
सरकार ने प्रत्येक फसल के लिए हेक्टेयर के अनुसार बीमित राशि तय की है:
- मूंग: ₹18,917
- मूंगफली: ₹1,18,091
- ग्वार: ₹14,251
- मोठ: ₹17,582
- बाजरा: ₹8,952
- तिल: ₹16,610
- ज्वार: ₹7,526
जबकि मौसम आधारित फसलों में:
- अरंडी: ₹31,018
- अनार: ₹90,077
सरकार का योगदान
बीमा के इस ढांचे में केंद्र और राज्य सरकारें 50-50 हिस्सेदारी में सहयोग कर रही हैं। खरीफ फसलों के लिए 11.5% केंद्र और 11.5% राज्य सरकार देगी, वहीं मौसम आधारित फसलों में योगदान थोड़ा अलग है:
- अरंडी: किसान 5%, राज्य व केंद्र सरकार 3-3%
- अनार: किसान 5%, राज्य व केंद्र सरकार 3.5-3.5%
दावा कैसे मिलेगा?
- खरीफ की 7 फसलों के लिए बीमा दावा फसल कटाई प्रयोग (CCE) से प्राप्त उपज पर आधारित होगा।
- वहीं, अरंडी और अनार जैसी फसलों में मौसम की परिस्थितियों के आधार पर क्लेम दिया जाएगा।
अंतिम तिथि का रखें ध्यान
खरीफ 2025 की फसल बीमा के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2025 निर्धारित की गई है। ऐसे में सभी किसान भाइयों से अपील है कि वे समय रहते अपने बैंक या CSC केंद्र पर जाकर अपनी फसलों का बीमा करवाएं ताकि प्राकृतिक आपदा की स्थिति में उन्हें आर्थिक नुकसान से बचाया जा सके।
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