नई दिल्ली: दोस्तों! सोचिए, सुबह-सुबह आपके मोबाइल में एक मैसेज आता है— “आपका खाता बंद होने वाला है, अभी लिंक पर क्लिक करें।” और आप हड़बड़ाहट में लिंक पर क्लिक कर देतें है, जब तक आप कुछ समझ पाते उससे पहले आपके बैंक खाते से हज़ारों रुपये स्वाहा (Cyber Fraud) हो गए। लेकिन क्या वाकई ऐसा किसी बैंक की तरफ से आया मैसेज था? इसी उलझन को सुलझाने के लिए सरकार ने ठोस कदम उठाया है, जो अब आपके हर SMS में दिखाई देने लगा है— ‘S’, ‘P’, ‘G’ और ‘T’ जैसे अक्षरों के रूप में।
क्या आपने कभी आपके मोबाइल के इनबॉक्स में आने वाले SMS की सेंडर ID के लास्ट दिखने वाले किसी खास शब्द को नोटिस किया है ? जहाँ तक हमे लगता आपने शायद ही इस बात पर गौर किया होगा, लेकिन कोई बात इस खबर को पढ़ने के बाद आपको सब कुछ पता चला जाएगा । अब आप ‘S’, ‘P’, ‘G’ और ‘T’ जैसे अक्षरों को देखकर ही समझ जाओगे की कहीं आपके साथ भी कोई स्कैम करने की कोशिश तो नहीं कर रहा। आइए जाने सब कुछ विस्तार…
Online Fraud से बचने के लिए SMS को पहचानिए
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण यानी TRAI ने SMS स्कैम्स और फेक मैसेज से जनता को बचाने के लिए 2010 में एक खास सिस्टम लागू किया था । इस सिस्टम के तहत कोई भी संस्था अगर आपको SMS भेजना चाहती है, तो उसे पहले TRAI में रजिस्ट्रेशन कराना होता है। इसके बाद, उस संस्था को SMS के प्रकार के मुताबिक एक विशिष्ट कोड (‘S’, ‘P’, ‘G’, और ‘T’) दिया जाता है, जो उस मैसेज की पहचान बनता है।
ये है ‘S’ ‘P’ ‘G’ या ‘T’ शब्दों का मतलब
अब सवाल है कि इन अक्षरों का मतलब क्या है? आइए समझते हैं, इन चारों कैटेगरी को सरल भाषा में:
- S (Service Message):
बैंक, टेलीकॉम कंपनियों या दूसरी सेवाओं से जुड़े SMS जिनमें आपको कोई जरूरी जानकारी दी जाती है—जैसे बैलेंस अलर्ट या मोबाइल प्लान की डिटेल्स। - P (Promotional Message):
वो मैसेज जो अक्सर आपके इनबॉक्स में ऑफर्स, डिस्काउंट्स या किसी ब्रांड के प्रचार से भरे होते हैं। इन्हें नज़रअंदाज़ करना आम बात है। - G (Government Message):
ये सबसे महत्वपूर्ण होते हैं। अगर किसी मैसेज में ‘G’ लिखा है, तो समझिए कि ये सरकार की तरफ से है—जैसे कोई चेतावनी, जनहित संदेश या निर्देश। - T (Transactional Message):
जब आप कोई ऑनलाइन पेमेंट करते हैं या ट्रांजेक्शन करते हैं, तो उससे जुड़ा SMS इसी कैटेगरी में आता है।
बिना कोड वाले SMS से सावधान!
अब अगर कोई मैसेज इन चार कोड्स के बिना आता है, और उसमें आपको किसी लिंक पर क्लिक करने को कहा जाता है, तो अलर्ट हो जाइए। ऐसे मैसेज अक्सर स्कैमर्स (Scammers) भेजते हैं, जिनका मकसद आपकी निजी जानकारी चुराना होता है।
TRAI की गाइडलाइन के मुताबिक, कोई भी वैध संस्था बिना रजिस्ट्रेशन और कोड के SMS नहीं भेज सकती। ऐसे में अगली बार जब आपके फोन में कोई संदिग्ध मैसेज आए, तो सबसे पहले उसके एंड में कोड देखिए—अगर S, P, G या T नहीं है, तो उस मैसेज को नजरअंदाज करना ही समझदारी होगी।
सरकार की चुपचाप लेकिन अहम पहल
यह सेवा भले ही एक दशक पहले शुरू हुई हो, लेकिन इसका असर आज पहले से कहीं ज्यादा जरूरी हो गया है। डिजिटल युग में जहां हर दूसरा व्यक्ति ऑनलाइन है, वहां SMS स्कैम से बचना अब सिर्फ एक विकल्प नहीं, जरूरत बन गया है।
TRAI की इस पहल ने आम नागरिक को ताकत दी है कि वह अब अपने फोन पर आने वाले हर मैसेज की सच्चाई खुद जांच सके। न कोई ऐप डाउनलोड करने की जरूरत, न किसी एक्सपर्ट की मदद—बस चार अक्षरों की पहचान और आप खुद अपने डेटा की रक्षा कर सकते हैं।